#MeToo कैंपेन के तहत एक अमेरिकी महिला पत्रकार समेत 10 महिला पत्रकारों ने विदेश राज्य मंत्री   एमजे अकबर पर छेड़छाड़ और यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद एमजे अकबर ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि वो यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे.

रविवार को नाइजीरिया दौरे से लौटे विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने न्यूज़ एजेंसी ANI के जरिये सफाई दी. उन्होंने कहा, 'सबूत बिना आरोप कुछ वर्गों के लिए एक वायरल बुखार बन गया है. जो कुछ भी मामला है, अब मैं लौट आया हूं, मेरे वकील इन सभी आधानहीन आरोपों को देखते हुए आगे की कार्रवाई करेंगे.'

आइए, जानते हैं एमजे अकबर ने अपनी सफाई में और क्या-क्या कहा?

1-  अकबर ने कहा, 'मुझपर लगे आरोप गलत, मनगढ़ंत और आधारहीन हैं. इससे मेरी इमेज को बहुत नुकसान पहुंचा है.'
2- उन्होंने कहा, 'आम चुनावों से कुछ महीने पहले ही ये तूफान क्यों उठा है? क्या यह कोई एजेंडा है?आप जज हैं. ये झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं, ताकि मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जा सके.'
3- विदेश राज्य मंत्री ने सफाई देते हुए कहा, 'झूठ के पांव नहीं होते, लेकिन इसमें जहर होता है. जिससे उन्माद फैलाया जा सकता है. ये आरोप परेशान करने वाले हैं.

4- केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'प्रिया रमानी ने इस कैंपेन को साल भर पहले एक मैगजीन में आर्टिकल लिखकर शुरू किया. उन्होंने मेरा नाम तक नहीं लिया क्योंकि वह जानती हैं कि यह एक झूठी कहानी है. जब उनसे हाल में पूछा गया, तो उन्होंने मेरा नाम क्यों नहीं लिया?'

अकबर ने एक ट्वीट के जवाब में लिखा- 'उनका नाम कभी नहीं लिया, क्योंकि उन्होंने कुछ भी नहीं किया था.'
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